तुम्हारी आसपास होना ,
मेरा चाल बदल देता है ।
देख लू कहीं दूर तो
राह बदल देता हूं ।
सामने तुम आ जाती हो ,
पर लब्ज नहीं आते।
धधक जाता हूं फिर मैं,
जब तुम्हारे दीदार हो जाते ।
मेरा चाल बदल देता है ।
देख लू कहीं दूर तो
राह बदल देता हूं ।
सामने तुम आ जाती हो ,
पर लब्ज नहीं आते।
धधक जाता हूं फिर मैं,
जब तुम्हारे दीदार हो जाते ।
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