बस एक नाम नहीं दूंगी , इस रिश्ते को सनम,
कोई फरियाद न होगी , न कोई कसम।
तुम जानो या न जानो , मेरे सभी तुम्ही हो,
परवाह नहीं किसी की , जन्नत मिले या गम।
कोई फरियाद न होगी , न कोई कसम।
तुम जानो या न जानो , मेरे सभी तुम्ही हो,
परवाह नहीं किसी की , जन्नत मिले या गम।
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